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भगवान चित्रगुप्त 

भारतीय धर्म, संस्कृति और परंपराओं में अनेक देवी-देवताओं का विशेष स्थान है, परंतु कुछ देवता ऐसे हैं जो अदृश्य रूप से हमारे जीवन के हर कार्य का लेखा-जोखा रखते हैं। ऐसे ही एक महान देवता हैं भगवान चित्रगुप्त। इन्हें यमराज के सहायक, धर्मराज के सचिव और समस्त जीवों के कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता के रूप में जाना जाता है। भगवान चित्रगुप्त न केवल मृत्यु के बाद निर्णय लेने वाले दूत हैं, बल्कि वे हमें जीवन के प्रत्येक क्षण में सत्कर्म और धर्म के पथ पर चलने की प्रेरणा भी देते हैं। उत्पत्ति की कथा भगवान चित्रगुप्त की उत्पत्ति…

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श्री चित्रगुप्त मंदिर, कांचीपुरम: धर्म, न्याय और आस्था का अद्वितीय केंद्र

भारत मंदिरों की भूमि है, जहाँ हर देवता का एक विशेष स्थान और मंदिर होता है। परंतु कुछ मंदिर ऐसे हैं जो अपनी अनूठी ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के कारण विशेष बन जाते हैं। ऐसा ही एक दिव्य मंदिर है — श्री चित्रगुप्त स्वामी मंदिर, जो तमिलनाडु के कांचीपुरम में स्थित है। यह मंदिर न केवल भगवान चित्रगुप्त का एकमात्र प्रमुख मंदिर माना जाता है, बल्कि यह कायस्थ समाज के लिए भी एक तीर्थस्थल के रूप में प्रतिष्ठित है। कांचीपुरम: मंदिरों की नगरी कांचीपुरम को दक्षिण भारत का काशी कहा जाता है। यह नगरी प्राचीन काल से ही धार्मिक,…

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श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर, पटना, बिहार

कायस्थ समुदाय का गौरव पटना, बिहार की राजधानी, ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों का खजाना है। इनमें से एक है श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर, जो भगवान चित्रगुप्त, यमराज के सहायक और कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता को समर्पित है। यह मंदिर कायस्थ समुदाय के लिए विशेष महत्व रखता है और 1920 के दशक में निर्मित माना जाता है। मंदिर का इतिहास: श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर का निर्माण बाबू गोविंद प्रसाद, एक प्रसिद्ध कायस्थ समाज सुधारक और शिक्षाविद् द्वारा करवाया गया था। उन्होंने कायस्थ समुदाय को एकजुट करने और उन्हें शिक्षा और सामाजिक विकास के लिए प्रेरित करने के लिए इस…

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श्री चित्रगुप्त मंदिर , खजुराहो, मध्य प्रदेश

कला और आध्यात्मिकता का संगम मध्य प्रदेश राज्य के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो अपनी मध्ययुगीन मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। इन मंदिरों की भव्यता और कलात्मक नक्काशी दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इनमें से एक है श्री चित्रगुप्त मंदिर, जो भगवान चित्रगुप्त, यमराज के सहायक और कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता को समर्पित है। इतिहास और स्थापत्य: यह मंदिर 11वीं शताब्दी में चंदेल राजवंश द्वारा निर्मित माना जाता है। यह नागर शैली में निर्मित है और गर्भगृह, मण्डप और शिखर से युक्त है। मंदिर की दीवारों पर मूर्तियों और नक्काशी का अद्भुत काम देखने को मिलता है। इनमें…

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धर्मराज चित्रगुप्त मंदिर रामघाट, उज्जैन

कर्मों का लेखा-जोखा उज्जैन, मध्य प्रदेश में स्थित रामघाट, शिप्रा नदी के तट पर बसा एक पवित्र स्थल है। यहाँ अनेक मंदिरों और घाटों के बीच, धर्मराज चित्रगुप्त मंदिर अपनी विशिष्टता और धार्मिक महत्व के लिए जाना जाता है। इतिहास और महत्व: यह मंदिर 11वीं शताब्दी में परमार राजवंश द्वारा निर्मित माना जाता है। यहाँ भगवान चित्रगुप्त, यमराज के सहायक और कर्मों का लेखा-जोखा रखने वाले देवता की पूजा की जाती है। मान्यता है कि मृत्यु के बाद प्रत्येक व्यक्ति के कर्मों का हिसाब यहीं रखा जाता है। मंदिर का स्वरूप: मंदिर उत्तर भारतीय स्थापत्य शैली में निर्मित है। यह…

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